April 23, 2021
एक महीने पहले तक हमें लगने लगा था कि शायद कोविड-19 जल्द ही इतिहास के पन्नों में दब जाएगा। केसेस खत्म हो जाएंगे और हम सब सामान्य जिंदगी जीने लगेंगे। पहले की तरह बच्चे स्कूल जाएंगे, लोग ऑफिस जाने लगेंगे। लेकिन यह भ्रम इस महीने के शुरू में ही टूट गया, जब देश-दुनिया में कोविड-19 की दूसरी लहर निकल पड़ी।
हर तरफ हाहाकार मचने लगा। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। मृत लोगों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। इससे भी ज्यादा डरावनी बात ये है कि राज्यों से ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी हो रही है। कुल मिलाकर कहने की बात ये है -
हालात-ए-जिस्म सूरत-ए-जाँ और भी खराब
चारों तरफ खराब यहाँ और भी खराब
सवाल है क्या यह परिस्थति लोगों को मानोवैज्ञानिक तौर पर भी तोड़ रही है? निश्चित रूप से तोड़ रही है। इससे कोई एक वर्ग नहीं अपितु हर व्यक्ति डरा हुआ है। चाहे वह संपन्न परिवार से ताल्लुक रखता है या फिर निम्न वर्ग से। हर व्यक्ति के जहन में यह डर पसरा हुआ है कि कहीं उन्हें यह बीमारी न हो जाए। खासकर जो व्यक्ति इस बीमारी से जूझ रहा है, उसे अपनी जान-माल का खतरा सता रहा है। साथ ही उन्हें यह बात भी डरा रही है कि उनके कारण उनके परिवार के अन्य सदस्यों को यह बीमारी न हो जाए। असल में हर व्यक्ति अब यही समझ रहा है कि इस बीमारी का अंत मृत्यु है।
जबकि ऐसा नहीं है। सूत्रों की मानें तो सही देख-रेख की और सही जीवनशैली अपनाकर आप इस बीमारी से घर में ही ठीक हो सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप बीमारी के संदर्भ में सही जानकारी रखें और इससे बचाव के उपायों को सही तरह से आजमाएं।
मानसिक रूप में कैसे रहें फिट
सबसे पहले इस बीमारी की दूसरी लहर से डरना बंद करें। डर हर बीमारी की जड़ है। डर की वजह से तबियत बिगड़ सकती है। इसलिए डर के बजाय इस समस्या को हल्के में लेना शुरू करें। हालांकि आपको सभी अहतियात बरतने की जरूरत है ताकि सर्दी-जुकाम और बुखार से बचे रह सकते हैं। इसके लिए मानसिक रूप से खुद को मजबूत बनाने के लिए निम्न उपायों को अपनाएं-
बातचीत करें
भले इन दिनों कई शहरों में लाॅकडाउन है। आपस में मेलजोल बंद है। इसके बावजूद जरूरी है कि आप फोन के जरिए या वीडियो काॅल के जरिए अपने करीबियों से निरंतर बातचीत करें। बातचीत डर को कम कर देता है और मन को शांत रखता है।
मन का करें
कोविड ने लोगों को गहरे तक डरा दिया है। लोगों को समझ ही नहीं आ रहा है कि क्या करें और क्या नहीं। लेकिन इस तरह के ख्याल को दिमाग से झटक दें। जो आपका मन हो जैसे पेंटिंग, कुकिंग, गार्डनिंग करें। इससे मन हल्का रहेगा और नेगेटिविटी दूर रहेगी।
नेगेटिव न सोचें
नेेगेटिव बातों को झटकना आसान नहीं है। इसलिए जो कारक आपको नकारात्मक बातें सोचने पर मजबूर करती हैं, उन्हें खुद से दूर कर लें। जैसे टीवी में न्यूज न देखें, यू-ट्यूब पर कम से कम कोविड के बढ़ते मामलों में नजर डालें। इससे आप सामान्य महसूस करेंगे।
एक्सरसाइज या योग करें
मानसिक रूप से फिट रहने के लिए योग या एक्सरसाइज की मदद लें। इससे आप शरीरीक और मानसिक दोनों तरह से फिट रह सकते हैं। जरुरी नहीं है कि एक्सरसाइज या योग के लिए ट्रेनर की मदद लें। सामान्य एक्सरसाइज भी आपके स्वस्थ्य के लिए मददगार हो सकते हैं। इन्हे नियमित करें। कुछ ही दिनों में फर्क नजर आने लगेगा।