थिरकते पांव का जादू (29 अप्रैल, अन्तर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस)

April 29, 2021

थिरकते पांव का जादू (29 अप्रैल, अन्तर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस)

आज अंतर्राष्ट्रीय डांस डे है। कहने की जरूरत नहीं है कि डांस में कुछ ऐसा जादू है, जो मन को खुशियों से भर देता है। यही कारण है कि मानसिक स्वास्थ्य से परेशान लोगों को डांस करने की सलाह दी जाती है। यहां तक कि एक स्वेडिश रिसर्च से यह बात सामने आई है कि डांस करने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। यह रिसर्च करीब 100 डिप्रेस्ड लड़कियों पर की गई थी। इस रिसर्च में हिस्से लेने वाली तकरीबन 50 फीसदी युवतियां नियमित डांस क्लास अटेंड करती थीं। ये सभी लडकियां अवसाद से ग्रस्त थीं। डांस में हिस्सा लेने वाली सभी युवतियों का अवसाद धीरे-धीरे कम होने लगा था, जबकि बाकी बची लड़कियां, जिन्होंने डांस क्लासेस ज्वाइन नहीं की थी, वे अवसाद से जूझ रही थीं। 
इसी तरह वृद्ध लोगों पर हुए एक अध्ययन से भी यह बात सामने आई थी डांस करने से उनका मूड बेहतर होता है। इन दोनों अध्ययनों से आप यह बात समझ सकते हैं कि डांस किस तरह हमारे जीवन में सकारात्मक छाप छोड़ने में सहायक है। अंतर्राष्ट्रीय डांस दिवस पर इसके कुछ बेजोड़ फायदे मौजूद है । इसकी मदद से जीवन में पाॅजिटिव बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जो कि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

मूड बेहतर करता है
जब आप म्यूजिक की बीट पर नाचते हैं, तो शरीर से एक खास किस्म का रसायन उत्सर्जित होने लगता है। इसे हैप्पी हार्मोन के नाम से जानते हैं। यह हार्मोन मूड को बेहतर करने में सहायक है। इसके अलावा डांस करने से एंग्जायटी और डिप्रेशन के संकेतों को कम करने में भी मदद मिलती है।

स्ट्रेस कम करता है
जैसा कि अभी बताया गया है डांस हैप्पी हार्मोन रिलीज करता है। हैप्पी हार्मोन रिलीज होने के कारण तनाव का स्तर भी गिरने लगता है। नतीजतन मूड अच्छा रहता है और शरीर भी फिट रहता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार डांस हृदय रोगों के लिए काफी सहायक एक्टिविटी है।
 
सोशल बाॅन्ड बेहतर होता है
डांस एक किस्म की थैरेपी है, जो लोगों के साथ अच्छे रिश्ते स्थापित करने में मदद करती है। कहने की जरूरत नहीं है कि जब आपके बहुत सारे दोस्त होते हैं, समाज में लोगों के साथ हंस-बोलने का मौका मिलता है, इससे मन-मस्तिष्क स्वस्थ रहते हैं। आप मानसिक रूप में हमेशा हल्का महसूस करते हैं। इसके अलावा डांस के जरिए मिला फ्रेंड सर्कल आपको हमेशा खुश रखते हैं, जिससे सोशल बांड मजबूत होता है।

काॅन्फिडेंस बढ़ता है
कई सारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ डांस आपके काॅन्फिडेंस के स्तर को बढ़ाने में भी सहायक है। असल में डांस की मदद से सोशल एंग्जायटी और डर से निपटा जा सकता है। डांस के जरिए आप अपने मौजूदा पल को इंज्वाॅय करते हैं जो आपके डर और खौफ को कम करता है। इस तरह आप अपने डर से बाहर निकल जाते हैं।
 
न्यूरोलाॅजिकल विकार की आशंका में कमी आती है
कई वैज्ञानिक तथ्यों से यह बात साबित हुई है कि डांस थेरेपी ब्रेन नेटवर्किंग और रसायनिक ट्रांसमिशन को बेहतर कर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करता है। रासायनिक ट्रांसमिशन के बेहतर होने से न्यूरोलाॅजिकल समस्याओं में कमी आती है। इस तरह मेंटल हेल्थ बेहतर होता है। मानसिक विकार से निपटने के लिए खासकर हिप हाॅप, टैप डांस और फ्रीस्टाइल किया जाना चाहिए।